थारु गाउँबस्तीमे हरेरी पूजा, गुरुवालोग आगीमे कुदतैं (थारु भाषा)


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राम दहित
धनगढी, साउन १९ गते । खेटुवामे लगाइल धान बोटैना सुरु हुइलपाछे थारु बस्तीमे आजकाल हरेरी पूजा कैजाइता । धानबालीमे किराकाटी, रोगव्याढी नालागे तथा लगाइल धान मजा होए कना उद्देश्यकेसाथ हरेरीपूजा कैजाइथ् ।

हाल प्रत्येक बस्तीमे परम्परागत ढंगसे थारु गुरुवा ओ केसौकामार्फत पूजा हुइटी बा । यिहेक्रममे मंगरके कैलालीके पवेरा–६ बैजपुरके स्थानीयहुक्रे हरेरी पूजा मनैले बाटै । सोम्मारके रोजसे पूजा सुरु करल स्थानीयहुक्रे सोम्मारके रातभर नैसुट्के टमान साँस्कृतिक कार्यक्रमकेसाथ पूजा करल बैजपुरके भलमन्सा ओमप्रकाश बौखही जानकारी डेलै ।

यिहेबीच गाउँक् केसौका दिलबहादुर चौधरी गुरुवाहुकनके एक समूहके मन्टरसे बर्ती रहल कन्डक् आगीमे नाचल रहिट । आगी नैबुटट्सम उहाँ आगीके कुट्टी रहल स्थानीय युवा प्रविन बौखही बटैलै ।

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१०५ घरढुरी रहल बैजपुरके स्थानीयहुक्रे पुजाके क्रममे डेउडुर्गान्के प्रसादके रुपमे टमान आधार प्रकारके ढिक्री फेन पुजल रहिट । उहाँहुक्रे काठिक् वोझा, लाठीपौवा, छिट्रैहिया, डेंगा, गउरिक माला, भात, पुइक टिना, मसरिक ठुसा, हलुवालगायत परिकार पुजाके लाग बनैले रहिट ।
कैलालीके रतनपुर गाविस–८ भुइयााँफाँटाके स्थानीयहुक्रे फेन मंगरके रोजसे हरेरी पुजा कर्नामे जुटल बाटै । कौनो वस्तीमे हरेरी पुजा होसेकल बा, कलेसे कौनो बस्तीमे पुजा कर्ना तयारी रहल बाटै ।

दुई दिनसम चल्न पुजाके क्रममे पहिल दिन पुजाकर्ना ओ रातभर टमान सांस्कृतिक कार्यक्रम कर्ना प्रचलन थारु समुदायमे रहटी आइल बा । डोसर दिन फेन विहन्नी पुजापाठ कर्ना हो । टमान मेरके जडीबुटीहे एक्केमे पिसके खिरभन (औषधी) बनाके सक्कु घरढुरी डेजाइठ ।

असिके डेहल घिरभन गाउँलेहुक्रे आ–आपन खेटुवाक् धान छिट्न संगे उइराक् गहरामे डर्ना प्रचलन रहल थारु बुद्धिजीवीहुक्रे बटैठै । ओस्टके कौनो–कौनो थारु बस्तीमे खिरभनके सट्टा कन्डक् आगी धानक् खेटुवामे जाके ढुपैना फेन प्रचलन रहल बा ।

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प्रविधि ओ चिकित्सा विज्ञान ढिउर फड्को मारसेकल अवस्थामे तन्त्रमन्त्रमे ढिउर नैलागेक पर्ना आवाज फेन उठ्टी बा । आधुनिकताके क्रमसंगे लौव प्रविधिमे ध्यान डेहक पर्नामे ओत्रही जरुरी रहल बटैठै जिल्ला कृषि विकास कार्यालयके वरिष्ठ कृषि विकास अधिकृत युवराज पाण्डे । उहाँ कौनो फेन वर्ग समुदायके कला, संस्कृति, सांस्कार आपन ठाउँमे रहलेसे फेन कृषिके आधुनिकीकरण ओ व्यवसायकरणके लाग लौव प्रविधि अप्नैना जरुरी रहल फेन उहाँके कहाई बा ।

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