धनगढी, कुवाँर १० गते । आन्दोलनरत थरुहट÷थारुवान संयुक्त संघर्ष समिति टीकापुर घटनाहे राजनैतिक रुपमे समाधान आश्यक रहल औल्याइले बा ।
अट्वारके रोज धनगढीमे आयोजित पत्रकार सम्मेलनमे संघर्ष समितिके नेताहुक्रे टीकापुृर घटनाहे फरक ढंगसे व्याख्या हुइटी आइल बटैटी राजनैतिक रुपमे समाधान खोजक् पर्ना औल्याइल हुइट ।
पत्रकार सम्मेलनमे थरुहट तराई पार्टी नेपालके केन्द्रीय अध्यक्ष भानुराम थारू अब्बाके सरकार ओ संघीय गठबन्धनबीच हुइल तीनबुँदे सहमतिमे फेन टीकापुर घटना सम्बोधनवारे उल्लेख हुइल बटैलै ।
‘सावन १५ गते हुइल तीन बुँदे सहमति अनुसार कुछ सकारात्मक छलफल हुइलेसे फेन पाछेक् हुइल बहस नकारात्मक प्रभाव परटी रहल बा, उहाँ कहलै–‘गृहमन्त्री विमेलेन्द्र निधि ओ आइजिपी उपेन्द्र आर्यालबीच हुइटी आइल तकराव फेन खेदपूर्ण बा ।’
‘सावन १५ गते हुइल तीन बुँदे सहमति अनुसार कुछ सकारात्मक छलफल हुइलेसे फेन पाछेक् हुइल बहस नकारात्मक प्रभाव परटी रहल बा, उहाँ कहलै–‘गृहमन्त्री विमेलेन्द्र निधि ओ आइजिपी उपेन्द्र आर्यालबीच हुइटी आइल तकराव फेन खेदपूर्ण बा ।’
संविधान संशोधनवारे अइटीरहल बहस फेन संशोधनके नाउमे बेगारी चुकैना काम हुइटी रहल अध्यक्ष थारु जिकिर कर्लै । कैलाली, कञ्चनपुर, झापा, मोरङ ओ सुनसरी जिल्लाके संरचनावारे अब्बाके थरुहट–मधेस आन्दोलन हुइटी रहलेसे फेन नवलपरासीसे बर्दियासमके जिल्लाहे एक प्रदेश बनैना मेरके खाकानन्ना कलेक बक्वास रहल उहाँ टिप्पणी कर्लै ।
ओस्टके संघर्ष समिति कैलालीके प्रवक्ता माधव चौधरी टीकापुर घटना राज्य ओ आन्दोलनकारीबीचके तकरावके कारण हुइल दाबी कर्लै । उहाँ जौन घटना राजनैतिक अधिकार प्राप्तीकेलाग रहलओरसे आपराधिक तथा व्यक्तिगत घटनाकेरुपमे नैलेहक पर्ना उल्लेख कर्लै ।
यहेबीच संघर्ष समिति एक प्रेस विज्ञप्ती जारी करटी टीकापुर घटनालगायतके मुद्दाहे राजनैतिकरुपमे समाधान खोजक पर्ना आग्रह कर्ले बा । १० दिन भिट्टर मुद्दाके सम्बोधन नैहुइलेसे कडा आन्दोलन कर्ना चेतावनी फेन ऊ प्रेस विज्ञप्तीमार्फत डेगिल बा ।