सेती अञ्चल अस्पतालमे आइल सिकलसेल परीक्षण मेशिन


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प्रेम चौधरी
धनगढी, कुवाँर १५ गते । आदिवासी थारू समुदायमे किल डेखापरल सिकलसेल एनिमिया रोगके परिक्षण र्कािर्तक महिनासे धनगढीस्थित सेती अञ्चल अस्पतालसे हुइना हुइल बा ।

लम्मा पर्खाई पाछे गैल बुधके अञ्चल अस्पतालमे परिक्षण कर्ना एचबी इलेक्ट्रो फोरेसिस मेसिन पुगलपाछे परिक्षणके काम कार्तिक महिनासे सुरुहुइना अस्पताल जनैले बा ।

अस्पतालके सिकलसेल एनिमिया सम्पर्ककर्ता याशोदा ढकाल मेसिन पुगल जानकारी करटी कहली–मेसिन जडानसंगे, प्रोग्राम इनस्टल, मर्मतसम्भारलगायतके काम हुइटी रहल बा, दुई हप्तापाछे परिक्षणके काम सुरु हुई ।’

ओस्टके अञ्चल अस्पतालमे क्षेत्रीय प्रया्ेगशाला बनैनाक्रम सुरु हुइलओरसे ऊ मेसिनकेलाग चाहना जनशक्ति ओ सेवाके प्रभावकारीतामे कौनो कमी नैहुइना उहाँके कहाई बा ।

रोग परिक्षण शुल्कफेन राजधानीस्थित अस्पतालके तुलनामे कम रहना अस्पताल जनैले बा । फोकल पर्सन ढकाल कहली–राजधानीस्थित तमान अस्पतालमे एक हजार पाँचसयसे दुई हजार परिक्षणशुल्क लागठ, मने यहाँके हकमे ढिउरमे एक हजार रुप्यासम लागे सेकठ ।’

मने सरकारसे व्यवस्था हुइलअनुसार सिकलसेल एनिमिया रोगके विरामीहुकनके परिक्षणलगायत एक लाख बराबरके निशुल्क औषधोपचारके व्यवस्था रहल बा ।

हाल अञ्चल अस्पतालके प्रत्यक्ष सम्पर्कमे २०६ जाने अस्पताल रहल जनागिल बा । यी क्षेत्रके कौनो फेन अस्पतालमे रोग परिक्षण कर्ना मेसिन नैरहलकारण यहाँके शंकास्पद विरामीहुकनके रगत परिक्षणके लाग काठमाडौं पठाइक पर्ना बाध्यता रहल बा । जौनकारण औषधोपचारमे अनावश्यक ढिलाई समेत हुइटी आइल बा ।

मेसिन आसेकलओरसे आब सिकलसेल उपचारमे हुइना ढिलासुस्ती हट्ना सिकलसेल फोकल पर्सन ढकाल बटैली । सिकलसेल रोग परिक्षणके लाग मेसिन नइरहल कारण कुछ विमारीहुक्रे राजधानीके टमान अस्पतालमे उपचार करैटी रहल बटै । कलेसे पहुँच नइरहल विमारी सिकलसेल रोग परिक्षण करवाइ नइसेकल हुइट । हाल यी रोग रोग आदिबासी थारु, कठरिया थारु ओ राना थारु समुदायमे डेखा परल बा ।

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